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Sunday, 19 June 2016

विरासत On Father's Day

एक सनक एक जुनू मुझमे, जो तुझसे विरासत में आया है,
वो जिद्दीपन, वो कुछ बात पे अड़ जाना
वो हर चीज की तेह तक पहुंचना
वो जज्बा कि कुछ कर जाना, गलत सह न पाना 
गर सही है तो भिड़ जाना मगर अंजाम तक पहुंचाना 
थोड़ा ज्यादा ही है, पर कहते हैं ना, वालिद से आगे औलाद होती है
और आया है वो सीधापन, वो बड़प्पन, 
मगर थोड़ा कम,
कम रह गयी वो ज़हनियत, वो ताकत 
जो औरो को भी सवांरती थी, मुश्किल में संभलती और संभालती थी,
कई उम्रे लगेंगी तुझ जैसा बनने को, 
मगर तेरी हिदायत है खुद को खुद रहने दो,
..........
हरेक अच्छी और कच्ची आदत के लिए शुक्रिया

By Lipika