जाने कैसे ये नेता है जो औरों का क्रेडिट खाते हैं
औरों के हिस्से का खा न जाने कैसे पचा जाते हैं
जाने कैसे ये नेता हैं जिनसे कुछ भी सुलझता नहीं
सभाओं में गुंडागर्दी बदमाशी को नेतागिरी बतलाते हैं
बरसाती मेंढकों से कुछ तो र्टर र्टर करने आएंगे
जाने कैसे निष्पक्ष बता एक पक्ष से ही टर्राते हैं
भलाई के नाम पर अब तक सिर्फ क्रेडिट चुराया है
न जाने कैसे नेता हैं चोरी पर भी इतराते हैं
झूटी बात बनाने में इन नेताओं का कोई तोड़ नहीं
न जाने कैसे नेता हैं दूसरे की गिना, रोते ही जाते हैं