इस कविता ने दिल भारी और आँखें नम कर दीं।
यह कविता तो सीमापार हमारे सैनिकों तक पहुँच भी गयी सीमा जी। आर्मी में कार्यरत लोगों को बहुत पसंद आयी।
ताक़त वतन की हमसे है, जय जवान!
इस कविता ने दिल भारी और आँखें नम कर दीं।
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