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Wednesday, 8 March 2017

प्यार तुम्हीं से है.......

प्यार तुम्हीं से है 

तुम्हारे पास प्यार करने का कोई कारण नहीं रहा है 
और मेरे पास प्यार के सिवा कोई कारण नहीं रहा है 
प्यार अगर तुम्हें नहीं तो क्या हमें तो है  
ये किसी एक रिश्ते की कहानी नहीं है 
प्यार के हर रिश्ते के अनकहे जज़्बात है 
आज कितने सारे सवाल मेरे सामने  है 
प्यार के रिश्ते क्या सच में इतने नाज़ुक होते है 
ये प्यार आख़िर  होता क्या है और होता क्यूँ है 
कहीं सुना था प्यार एक धोखा है 
पर हमने सुना ही कहाँ था 
सिर्फ़ जाना ही था कि प्यार तो बस होता है 
आज भी उसी प्यार को जीतें है 
सच में प्यार तो बस प्यार होता है 
अफ़सोस तो सिर्फ़ तुम्हारे लिए होता है 
क्यूँकि खोया तो तुमने है हमने तो सिर्फ़ पाया है
तुम नहीं हो पर तुम्हीं से तो प्यार सिखा है 
इस प्यार ने ही तो जीना सिखाया है 
एक हसीन सा एहसास है और ये तुम्हारा ही एहसान है 
Anuyog

3 comments:

  1. बस यूँ ही प्रेम का अनुभव करते रहिये और सुन्दरता से प्रस्तुत करते रहिये

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