Writer

Writer

Tuesday, 21 March 2017

प्यार ज़िंदगी है


प्यार ज़िंदगी है 

जब कोई ना था तब तुम थे
मैं ख़ुद में ख़ुद को खो चुकी थी 
मुझ से  मुझको मिलवाने वाले तुम थे 
बिखर चुके अरमानो को संभालने वाले तुम थे 
खोए हुए लफ़्ज़ों को जज़्बात देने वाले तुम थे 
सिसकते दिल को दिलसा देने वाले तुम थे 
खो गयी मंज़िलो का रास्ता दिखाने वाले तुम थे 
मर गए रिश्तों को साँस देने वाले तुम थे 
उस वक़्त उस हालात में जब कोई ना था तुम थे 
तुमसे मिल कर मैंने जाना प्यार क्या होता है
रिश्तों में अहसास क्या होता है 
हर साँस का मोल क्या होता है 
अब जान गयी हूँ मान गयी हूँ 
तुझे पहचान गयी हूँ
प्यार से ही ज़िंदगी है 
प्यार ही आसमा और जमीं है 
प्यार ही बंदा और बंदगी है 
बिना शर्त जिसने प्यार किया बस वही ज़िंदगी है 
AnuYog 

2 comments:

  1. और जिसने जीवन के इस सार को समझ लिया
    बस वही खुश है। बहुत खूब

    ReplyDelete
  2. बहुत सुन्दर।

    ReplyDelete